खूबसूरत है हर वो पल, जो तुम्हारे साथ बीता,
सहेजता हूं हर पल, मैं था एकदम रीता,
अक्सर खामोश रहता हूं, तुमसे हुई उन थोड़ी बहुत बातों को याद करता हूं,
खुली आंखों से देखा तो बरबाद था मैं, आंखें बंद कर लेता हूं,
तुम्हे अपने संग महसूस कर झूठ ही सही, कुछ पल के लिए आबाद होता हूं।।
लेखक - अतुल पाण्डेय (बेतौल)